11 वर्षों में 4238 लोगों पर किया गया अध्ययन
ब्रिघम एंड वूमेन्स हॉस्पिटल के प्रमुख शोधकर्ता सियारन जोसेफ मैक्कुलम ने 11 वर्षों की अवधि के दौरान कम से कम दो अवसरों पर 4,238 प्रतिभागियों की सूचनाओं का अध्ययन किया। शोधकर्ताओं ने पाया कि कम नींद लेने से किडनी की क्षमता बुरी तरह प्रभावित होती है। उदाहरण स्वरूप, प्रतिदिन पांच घंटे की नींद लेने वाली महिला की किडनी की कार्यक्षमता प्रतिदिन आठ घंटे की नींद लेने वाली महिला की किडनी की कार्यक्षमता से अधिक घटेगी।
मैक्कुलम ने कहा, "यह पहला प्रत्याशित अध्ययन है, जिसमें यह बात सामने आती है कि जरूरत से कम नींद लेने पर किडनी की कार्यक्षमता प्रभावित होती है।" इस अध्ययन का निष्कर्ष सैन डिएगो में आगामी तीन से आठ नवंबर को होने वाले एएसएन किडनी वीक 2015 के दौरान प्रस्तुत किए जाएंगे।
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