दोस्त बन गए दुश्मन
पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि मृतकों की पहचान दीपक और मोंटू के रूप में हुई है। वे दोनों दोस्त थे जो बाद में दुश्मन बन गए। वे दोनों इलाके के छंटे हुए बदमाश थे और एक पखवाड़े पहले ही जेल से बाहर आए थे। यह घटना गुरुवार को सवेरे साढ़े दस बजे की है, जब दीपक और मोंटू के बीच झगड़ा हो गया।
हमलावर को हत्या कराने के लिए बुलाने की आशंका
यह अंदेशा है कि हमलावर को दीपक ने मोंटू को मारने के लिए बुलाया था। मोंटू का रास्ता रोकने की कोशिश करने के दौरान दीपक की मौत हो गई। मोंटू को गोली लगने से पहले गोली दीपक के शरीर को पार कर निकल गई। दोनों को पुलिस ने नजदीक के दीनदयाल उपाध्याय पहुंचाया जहां मोंटू को पहले से मृत घोषित कर दिया गया जबकि दीपक की शुक्रवार की सुबह मौत हो गई।
इस संबंध में तिलक नगर थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस को हमलावर साईं के होने का अंदेशा है क्योंकि दीपक के फोन से आखिरी बार उसी को कॉल की गई थी। पुलिस उसके सहयोगियों से पूछताछ कर रही है और साईं की तलाश कर रही है।
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